कुलाॅम का नियम
- कुलाॅम के नियमानुसार दो आवेशो के मध्य लगने वाला बल
- दोनों आवेशो के गुणनफल के समानुपाती होता है।
F ∝ q1 q2
- आवेशो के मध्य की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
F ∝ 1 / r2
- उपरोक्त दोनों समीकरणों के उपयोग से,
F ∝ q1 q2 / r2
or F = k q1 q2 / r2
- यहां k एक नियतांक है, जिसका मान माध्यम, जिसमें आवेश स्थित है तथा प्रयुक्त मात्रक पद्धति पर निर्भर करता है।
- निर्वात् के लिए, k = 1/4πε0 = 9 × 109 Nm2 / C2.
- यहां ε0 निर्वात् की विद्युतशीलता है, जिसका मान 8.854 × 10-12 C2 / Nm2 होता है।
- निर्वात् में Fvac = q1 q2 / 4πε0 r2
- माध्यम में Fmed = q1 q2 / 4πε r2
∴ Fvac / Fmed = ε / ε0 = εr = K
- यहां εr सापेक्ष विद्युतशीलता या परावैद्युत स्थिरांक है।
मुख्य बिन्दु
- कुलॉम का नियम केवल स्थिर तथा बिन्दु आवेशों के लिए मान्य है।
- कुलॉम का नियम, न्यूटन के तृतीय नियम को सन्तुष्ट करता हैै।
- कुलॉम के नियम का स्थिरविद्युतिकी में वही स्थान है, जो कि गति के नियमों का गुरूत्वाकर्षण में।
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