गतिक प्रतिरूप से ताप की व्याख्या
- एक आदर्श गैस का दाब
∵ M= mN
- m = एक अणु का द्रव्यमान
- N = 1 ग्राम अणु में अणुओं की संख्या (आवागाद्रो संख्या)
∵ T ताप पर 1 ग्राम अणु के लिए, PV = RT
- V = गैस के अणुओं का आयतन
- R = सार्वत्रिक गैस नियतांक
जहां k बोल्ट्जमान नियतांक है।
गैस के अणुओं की गतिज ऊर्जा है।
निष्कर्ष
- गैस के अणु की माध्य गतिज ऊर्जा, गैस के परम ताप के समानुपाती होती है।
- गैस के अणु का वर्ग माध्य वेग, गैस के परम ताप के समानुपाती होता है।
- किसी वस्तु द्वारा उत्पन्न ऊष्मा की मात्रा इसके अणुओं की कुल गतिज ऊर्जा के बराबर होती है तथा इसका ताप, इसके अणुओं की माध्य गतिज ऊर्जा के समानुपाती होता है।
- यही ताप की गतिक व्याख्या है।
आदर्श गैस समीकरण
From equations (1) and (2), we get
But 2α/3 = R (सार्वत्रिक गैस नियतांक)
यही आदर्श गैस समीकरण है।
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