पृष्ठ तनाव
- किसी सतह की प्रति एकांक लम्बाई पर लगने वाला बल पृष्ठ तनाव कहलाता है |
- पृष्ठ तनाव का मात्रक N/m
- पृष्ठ तनाव की विमा ML0T-2
पृष्ठीय ऊर्जा (Surface Energy):
- द्रव की खुली सतह पर उपस्थित द्रव का अणु सतह के अनुदिश तथा द्रव के अन्दर की ओर अंतर-आणविक आकर्षण बल का अनुभव करता है, जबकि द्रव के भीतर स्थित अणु सभी दिशाओं में यह बल अनुभव करता है |
- द्रव के भीतर स्थित अणु को पृष्ठ तक लाने में अंतर-आणविक आकर्षण बलों के विरुद्ध किया गया कार्य पृष्ठीय ऊर्जा के रूप में संचित होता है |
- यदि दो खुली सतह हों तो पृष्ठ ऊर्जा W = T (2 ΔA)
- यदि केवल एक ही खुली सतह हों तो पृष्ठ ऊर्जा W = T (ΔA)
नोट
- यदि A का मान बढ़ाते हैं तो पृष्ठीय ऊर्जा का मान बढ़ेगा
- परिवेश का ताप घटेगा
- निकाय का ताप बढ़ेगा|
इसके ठीक विपरीत यदि A का मान घटाते हैं तो
- पृष्ठीय ऊर्जा का मान घटेगा
- परिवेश का ताप बढ़ेगा
- निकाय का ताप घटेगा|
नोट
- प्रति एकांक क्षेत्रफल पृष्ठीय ऊर्जा, पृष्ठ तनाव कहलाती है |
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